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Well wishing messages

1.

दि० 12-09-2024

नमस्कार !

यह अति प्रसन्नता का विषय है कि किसी भी महान उद्देश्य की पूर्ति के लिए किये गये प्रयास भी महान होते है जो उस कार्य की सार्थकता प्रकट करते हुए जनमानस पर अमिट छाप छोड देते हैं।

ऐसा ही पुण्य कार्य ‘लोकमाता अहिल्याबाई होलकर अध्ययन केन्द्र नई दिल्ली द्वारा लोकमाता लोकविभूति देवी अहिल्याबाई होलकर द्वारा किये गये योगदान पर पुस्तक का प्रकाशन कर किया जा रहा है। यह सराहनीय ही नहीं अपितु हमारी नई पीढी विशेषकर शासन-प्रशासन, राजनेता व समाज के सभी मजबूत लोगों के लिए उदाहरण होगा जिसे युगों तक याद रखा जायेगा। आज हम सभी स्वतंत्र मजबूत भारत में साँस ले रहे हैं तो यह इन्हीं महान आत्माओं की देन है।

मेरा सौभाग्य है कि लोकमाता अहिल्याबाई जी के जीवन चरित्र पर पुस्तक के सफल प्रकाशन के लिए इस कार्य से जुडे सभी व्यक्तियों को हार्दिक बधाई व सुभकामनाएं प्रेषित करने का अवसर मिला है।

पद्मश्री डॉक्टर बसंती बिष्ट
सुप्रसिद्ध लोक जागर गायिका
आकाशवाणी, दूरदर्शन उत्तराखंड

2.

दि० 03-10-2024

धर्म न्याय व लोक प्रशासन की साक्षात देवी लोकमाता पुणयश्लोक अहिल्याबाई मां साहब के लिये ‘विस्मृत रानी’ शब्द उचित नहीं है। हम इन्दौर व मालवा – निमाड़ वासियों की सांसों और रक्त में ही माता अहिल्या का नाम व उनकी स्मृतियां बहती हैं। वे सही अर्थों में सारे देश की लोकमाता थीं व इस देश की एकात्मता को उन्होंने न सिर्फ समझा बल्कि उसे मूर्त रूप भी दिया। तभी तो भारत के हर कोने में उनके द्वारा निर्मित मंदिर व लोक-कल्याण के भवन आज भी खड़े हैं। वे निर्माण इस बात की गवाही हैं कि यह देश एक है व सदियों तक खड़े रहकर ये माता अहिल्याबाई मां साहब की स्मृति को जीवित रखेंगे। आपका प्रकाशन इतिहास की स्थाई धरोहर बने। इसी कामना के साथ बहुत बहुत शुभकामनाएं।

(कैलाश विजयवर्गीय)
मंत्री

नगरीय विकास एवं आवास,

संसदीय कार्य विभाग,

मध्यप्रदेश शासन

3.

दि० 22-11-2023

हम सभी के लिए यह गौरव का लवषय है लक भारतीय इलतहास में िोकमाता के रूप में स्मरणीय िोकमाता अलहल्याबाई होिकर के जीवन की गौरव गाथा दो पुस्तकोों का िेखन, प्रकाशन िोकमाता अलहल्याबाई होिकर अध्ययन कें द्र लदल्ली ने लकया है। िोकमाता अलहल्याबाई होिकर अध्ययन कें द्र लदल्ली द्वारा प्रकालशत पुस्तकोों से देश की युवा पीडी को भी अपने इलतहास की गौरव गाथा ,भारतीय वीरोों ,इलतहास के कु शि प्रशासकोों की सोंपूणण जानकारी पुस्तकोों द्वारा समझने का अवसर लमिेगा। एक वीर भारतीय मलहिा शासक का लवस्तृत जीवन सभी के लिए एक प्रेरणा के रूप में हम सभी के लिए स्मरणीय है।

िोकमाता अलहल्याबाई अध्ययन कें द्र लदल्ली के शोधकताणओों व सहयोलगयोों को इस उत्कृ ष्ट
कायण हेतु बधाई एवों शुभ कामनाएों।

(दिव्य जायसवाल)
पूर्वउप महापौर, दिल्ली

जायसवाल मार्ग, राम नर्र, लोनी रोड, शाहिरा, दिल्ली 110032.

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